MP ELECTION 2023 : रीवा जिले की सिरमौर 68 विधानसभा से इनकी जीत पक्की ! कांग्रेस नेताओं की उडी नींद
MP ELECTION 2023 : तीसरी पारी खेलने की लिए तैयार दिव्यराज सिंह
पिछले दो बार से लगातार विधायक रहे रीवा रियासत के युवराज दिव्यराज सिंह तीसरी बार भाजपा से मैदान पर उतर चुके है भले ही उनके विरोधी उनके ऊपर कितने भी आरोप लगा ले किन्तु इससे फर्क नहीं पड़ने वाला है। हाल ही में जो मौसमी नेता हुंकार भर रहे है वो केवल चुनाव की तारीख घोषित होने के समय दिखते है फिर इसके बाद किस बिल में छुप जाते है पता नहीं चलता।
SIRMOUR VIDHANSABHA 68 : कहानी कांग्रेस के नेताओ की ! जानिए अंतिम बार कौन था विधायक
मध्य प्रदेश में इसी साल चुनाव होना है जिस कारण राजनीति की समझ रखने वाले व्यापारी, व्यवसायी, ठेकेदार बूढ़ा हो चाहे जवान हो सब इस चुनावी दंगल में मैदान मारने के लिए आतुर दिख रहे है। चुनाव के इन पांच सालो के बीच समाज में कही भी ना दिखने वाले मौसमी नेता चुनाव की आहट पाते ही युवा नेता, मंत्री जी के प्रिय, सबकी आवाज़, नेता नहीं बेटा, कर्मठ, लगनशील, झुझारू, ईमानदार इत्यादि शब्दांशों का उपयोग बैनर पोस्टर में करते हुए गांव में चार लोगो के बीच नेतागिरी करते मिल जायेंगे जो आज तक पंची का भी चुनाव या यूँ कहे विद्यार्थी जीवन में क्लास का मानीटर तक नहीं बने वो आज विधानसभा की हुंकार भर रहे है, आज ऐसे ही एक नेता के बारे में जानेंगे।
MP ELECTION 2023 : विवेक शुक्ला
मध्यप्रदेश के रीवा जिले की एक प्रमुख विधानसभा सीट है सिरमौर 68 जहाँ से बीजेपी के साथ-साथ सपा,बसपा,आप ने भी अपने अपने कैंडिडेट निश्चित कर दिए है। इसी विधानसभा से एक युवा नेता विवेक शुक्ला आये दिन विधायक दिव्यराज सिंह (Divyraj singh) के ऊपर आरोप लगाते रहते है, हालाँकि ये जाँच का विषय है की उनकी बातो में कितनी सच्चाई है।
किन्तु एक बात जो नागरिक के हित से सर्व प्रमुख है वो ये की सारी बाते चुनाव के दौरान ही क्यू याद आती है, क्या ये नेता तात्कालिक दौर में संघर्ष नहीं कर सकते थे जब भष्ट्राचार हो रहा था तब क्यू चुप बैठे थे क्या इसका इंतज़ार कर रहे थे की हमको भी हिस्सा मिलेगा सायद नहीं मिला तो अब चुनाव के समय आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
MP ELECTION 2023 : क्या है इस बार का समीकरण
जिले की सिरमौर 68 विधानसभा ब्राह्मण बहुल सीट है जहाँ से अभी तक लगभग 5 ब्राह्मण कैंडिडेट कन्फर्म हो चुके है किन्तु जिस पार्टी की प्रदेश में लहर मानी जा रही उस पार्टी ने अपना कैंडिडेट अभी तक नहीं उतारा है, हालाँकि ये वक्त बताएगा की कांग्रेस किसको उम्मीदवार बनाती है यदि क्षत्रिय को उतारा को मामला फस सकता है, ब्राह्मण को उतारा तो दिव्यराज सिंह की जीत पक्की है किन्तु जैसा की अभी इनपुट मिल रहा है की राजमणि पटेल(RAJMANI PATEL) को उम्मीदवार बनाया जा सकता है तब जीत VD Pandey के पक्ष में जा सकती है ऐसा जातिगत राजनीतिक समझदारो का मानना है।
जातिगत राजनीतिक समझदारो कहना है, OBC नागरिको की वोट बीजेपी कब्ज़ा राखी है किन्तु राजमणि पटेल के खाते में जा सकती है यदि उनको कांग्रेस से टिकट मिली इससे बीजेपी को नुकसान होगा और थर्ड कैंडिडेट को फायदा। SC/ST वोट बसपा की मानी जाती है ऐसे में यदि लगभग 15000 वोट VD Pandey के खाते में चले गए और उनको (VD Pandey) ब्राह्मण होने का फायदा मिला तो उनके माथे तिलक लगने की सम्भावना है।
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