ब्लड प्रेशर के उपाय : सर्दियों में रक्तचाप के मरीज़ रखे ये सावधानियां

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ब्लड प्रेशर के उपाय : सर्दियों में रक्तचाप के मरीज़ रखे ये सावधानियां

ठंड के महीनो का आगमन हो चुका है । सर्दी के मौसम में अस्थमा,जोड़ों का दर्द और कम प्रतिरोधक क्षमता के सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं जिसके कारण हमारे शरीर में बीमारियां अपना बसेरा बनाती हैं आजकल कम आयु से ही रक्तचाप (blood pressure) की समस्याएं देखी जा रही है, यह गर्मियों में कम और सर्दियों में अधिक होता है। रक्तचाप (blood pressure) दो तरह के होते हैं निम्न रक्तचाप (low blood pressure) और उच्च रक्तचाप (high blood pressure)।

निम्न रक्तचाप (low blood pressure) में आपको चक्कर आना, थकान लगना, मुंह में सूखापन, दिल की धड़कन में बदलाव और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखते हैं और उच्च रक्तचाप (high blood pressure) में तनाव, सर दर्द,चक्कर आना, तरलता, थकान, नाक से खून या पतला रक्त निकलना, पाचन, उल्टी, पैरों और हाथों में सूजन जैसे लक्षण दिखते हैं। उच्च रक्तचाप (high blood pressure) वाले लोगों को सर्दियों में अपने शरीर में रक्त प्रवाहित करने में बहुत कठिनता होती है और परिणाम स्वरूप व्यक्ति में हृदय संबंधी बीमारियां और अन्य समस्याओ का खतरा बढ़ जाता है। अधिक उम्र के लोगों को मौसम संबंधी उतार-चढ़ाव का अनुभव होने की अधिक संभावनाएं होती हैं।

सर्द मौसम में धमनिया एवं रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती है और रक्त को शरीर के अन्य भागों में स्थानांतरित करने के लिए अधिक बल की आवश्यकता होती है और परिणामस्वरुप रक्तचाप बढ़ जाता है।

उच्च रक्तचाप (high blood pressure) बढ़ने के कुछ कारण यह भी है वजन बढ़ना , नमकीन खाद्य पदार्थों का ज्यादा उपयोग और सर्दियों में सुस्ती की वजह से शारीरिक गतिविधि में सामान्य कमी और अन्य मौसमी कारक जो उच्च रक्तचाप में योगदान करते हैं।

कुछ बातें जो ठंड के महीनो के दौरान आपके बीपी (blood pressure) को नियंत्रित रखने में सहायता करती है:

शराब के सेवन में नियंत्रण रखें क्योंकि शराब का अधिक सेवन शरीर में गर्मी को तेजी से घटाता है और परिणाम स्वरुप आपके शरीर में मुख्य तापमान कम होकर आपको एक ठंडा एहसास कराता है |

संयमित व्यायाम जरूरी है नियमित शारीरिक व्यायाम या गतिविधियों में शामिल होने से आपका हृदय मजबूत होता है जिससे आपको कम प्रयासों में ही अधिक रक्त स्थानांतरित करने में सहायता मिलती है।

कपड़ों की परतों पर रख नियंत्रण  क्योंकि हम सर्दियों में गर्मी का एहसास करने के लिए कपड़ों की एक मोटी परत में अपने शरीर को छुपा लेते हैं जिससे गर्म हवा परतो के बीच ही फंस जाती है और एक इंसुलेटर के रूप में कार्य करती है वही एक परत कम करने से फसी हुई गर्मी की मात्रा कम हो जाएगी।

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