विधानसभा चुनाव 2023 – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मतदाताओं को लुभाने घोषणाओं में कोई कसर नहीं

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विधानसभा चुनाव 2023 – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मतदाताओं को लुभाने घोषणाओं में कोई कसर नहीं

विधानसभा चुनाव 2023 –जैसे ही चुनाव की तारीख पास आ रही है वैसे ही प्रत्याशी जमकर एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
वही शिवराज सरकार का कहना है की प्रती परिवार में एक व्यक्ति को नौकरी देना हमारी प्राथमिकता है..

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को डिंडोरी जिले के बजाग और मेहदवानी के कनेरी में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा की…..कोई भी लाड़ली बहना झोपड़ी में नहीं रहेगी,सभी को पक्के मकान स्वीकृत किए जाएंगे, प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी देना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।

वही मुख्यमंत्री ने बुधवार को इन दोनो स्थान के अलावा सिवनी के घंसौर तथा अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ के लीलाटोला भी चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा…. हम सरकार नहीं परिवार चलाते हैं भांजे भांजियों, बेटा बेटियों, बुजुर्गों, माता बहनों का मैं भैया हूं… कांग्रेस के किसी मुख्यमंत्री ने आज तक एक पैसा नहीं दिया जिसके दिल में प्यार है वही चिंता करता है बहनों को पैसों की जरूरत पड़ जाए तो उन्हे हाथ फैलाना ना पड़े इसलिए हमने भाई होने का फर्ज निभाया है।

कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा : दुनिया की कोई ताकत बंद नही कर सकती योजना…

घंसौर में आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए शिवराज सरकार ने कहा कि उन्होंने हमारी योजनाओं को बंद करने का पाप किया। प्रदेश में विकास के सारे काम ठप करने का पाप किया। संबल, बच्चों को लैपटॉप, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, तीरथदर्शन जैसी योजनाएं बंद करने का पाप किया। केंद्र की जल जीवन योजना शुरु नहीं की।

बता दें की, शिवराज सिंह चौहान 2 नवंबर को सतना के चुनावी दौरे पर रहेंगे। वह 5 बजे हेलीकॉप्टर से रैगांव पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करने के बाद कार से शाम को साढ़े 6 बजे यहां आकर रोड शो में शामिल होगें। सीएम रात्रि विश्राम सतना में करेगें।

पूरी कोशिश करने के बाद भी कुछ छूट जाता है, इसलिए हमेशा यही चाहा कि ऐसी योजनाएँ बनाऊँ कि समाज के आखरी व्यक्ति तक उसका फायदा पहुँचे।

आज जब मैं मंदसौर में सरदार वल्लभभाई पटेल जी की प्रतिमा को प्रणाम करके नीचे उतरा तो मैंने देखा कि मेरी एक बेटी हाथ ठेला पर सिंघाड़े बेच रही है।

तब मेरे मन में एक ही संकल्प पैदा हुआ कि मेरी यह बेटी अब सिंघाड़े नहीं बेचेगी, बल्कि पढ़-लिखकर अपना भविष्य उज्ज्वल बनायेगी। मामा का स्नेह और आशीर्वाद अपनी हर बिटिया के साथ है।

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