मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में त्योंथर विधानसभा में होने वाला त्रिकोणीय मुकाबला बड़ा दिलचस्प है । 

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में त्योंथर विधानसभा में होने वाला त्रिकोणीय मुकाबला बड़ा दिलचस्प है । 

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: मध्य प्रदेश का रीवा जिला राजनीतिक रूप में अपना एक अहम महत्व रखता है। वही 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में त्योंथर विधानसभा में होने वाला त्रिकोणीय मुकाबला बड़ा दिलचस्प है ।

त्योंथर विधानसभा सीट पर हार-जीत का फैसला जातीय समीकरण के आधार पर होता है। यहां पर ब्राह्मण और आदिवासी वोटरों की संख्या सबसे अधिक है जिसके कारण त्योंथर में ब्राह्मण नेताओं का वर्चस्व लंबे समय से रहा है। जातिगत समीकरण की बात करे तो यहां सामान्य वर्ग के लोगों की संख्या 43 फीसदी है साथ ही यहां पर 21 फीसदी ओबीसी, 18 प्रतिशत अनुसूचित जाति और 14 फीसदी अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं।

त्योंथर से बासपा ने देवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है। देवेंद्र सिंह बीजेपी के कद्दावर और सक्रिय नेता होने के साथ ही क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी है और हरिजन और आदिवासी मतदाताओं की अच्छी पकड़ रखते हैं। देवेंद्र सिंह पहले बीजेपी से टिकेट मिलने का दावा भी कर रहे थे लेकिन बीजेपी ने अपनी ओर से स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ राज तिवारी को प्रत्याशी चुना जिसकी वजह से नाराज देवेंद्र सिंह ने बीजेपी से इस्तीफा देकर बहुजन समाज पार्टी का हाथ थाम लिया। बता दें की देवेन्द्र सिंह त्योंथर में काफी अच्छी पकड़ रखते है इसलिए क्षत्रिय कार्ड खेलते हुए बहुजन समाज पार्टी ने इन्हें प्रत्याशी बनाया है। देवेंद्र सिंह के बीएसपी में शामिल होने के बाद त्योंथर विधान सभा सीट का चुनाव अब बहुत ही दिलचस्प हो गया है।

त्योंथर की सांस्कृतिक धरोहर कोलगढ़ी का सम्मान, देउर कोठार का मुद्दा, त्योहार के सभी धार्मिक स्थान में रोपवे का काम जैसे स्कंद माता और अर्गडनाथ, सोलर पंप के माध्यम से किसने की जमीनों को पानी दिलाना और रोजगार की समस्या का भी समाधान करने के मुद्दे लेकर वह जनता के सामने उतरे हैं।

वही इनके विपक्ष में त्योंथर से बीजेपी ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विंध्य के कद्दावर नेता स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ राज तिवारी को प्रत्याशी बनाया गया है। बता दे की सिद्धार्थ ने टिकट फाइनल होने से कुछ दिनों पहले ही इसी विधानसभा से कांग्रेस से टिकट ना मिलने के कारण नाराज होकर कांग्रेस पार्टी से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। बता दे की वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के श्यामलाल द्विवेदी विधायक हैं जिनका पत्ता काट कर सिद्धार्थ राज तिवारी को प्रत्याशी बना दिया गया ।

त्योंथर से कांग्रेस ने रमाशंकर सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाया है। बता दे की ये 2018 के विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी रह चुके हैं। इनके पिताजी रामलखन सिंह त्योंथर के विधायक रह चुके हैं, त्योंथर अस्पताल भी इनके कार्यकाल में स्वीकृत हुआ था। इनके पिता त्योंथर में काफी माने जाने विधायक है।

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