MP Vidhansabha चुनाव में BJP उम्मीदवारों के कटे पत्ते , पार्टी को होगा नुकसान, पढ़ें पूरी रिपोर्ट…
MP vidhansabha chunav 2023:- मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में भारी टक्कर देखी जा रही है बता दे की, मध्य प्रदेश में विधानसभा की 200 सीटें हैं और लोकसभा की 29 सीटें हैं जिसमें विधानसभा और लोकसभा के चुनाव के तीन अलग-अलग सर्वे रिपोर्ट्स सामने आने के बाद बीजेपी सरकार बनती दिखाई दे रही है। 2024 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए बहुत ही ज्यादा टक्कर का है।
बता दे आपको, इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं जो की भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए बहुत ही चुनौती पूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी को राज्य से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक जाना जाता है लिहाजा इन स्थितियों में पार्टी का विरोध होना कोई नई बात नहीं है। यह विरोध किसी पार्टी या किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है यह विरोध है कुर्सी का यह लड़ाई जो साल के अंत में होने वाली है यह चुनाव नहीं कुर्सी की लड़ाई है।
लोकसभा सीटों को लेकर आए सर्वे रिपोर्ट के बाद सरकार और विपक्ष के हाथ पैर फूल गए हैं बता दें कि, 2018 के चुनाव में कमलनाथ सरकार जीती पर ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई । वही 2020 में, शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर प्रदेश के सीएम के तौर पर देखा गया । 2023 में होने वाले चुनाव में शिवराज सरकार सरकार और कमलनाथ सरकार एक नए पहलु से सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
सर्वे की रिपोर्ट्स में कहीं कांटे की टक्कर तो कहीं कांग्रेस को फायदा बताया जा रहा है हालांकि दो सर्वे रिपोर्ट्स बीजेपी को कुर्सी की तरफ बढ़ता दिखा रही है। वहीं जहां बीजेपी को कई सकारात्मक पहलू है वही बाहर से होने वाले विरोध भी चुनौती है।
वही विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तरफ से 79 उम्मीदवार घोषित किया जा चुके हैं और कमलनाथ सरकार भी तैयारी में जोरों शोरों से जुटी हुई है वही कुछ समुदाय कमलनाथ सरकार को सत्ता में देखना चाहते हैं और कुछ शिवराज सरकार को दोबारा प्रदेश के मुखिया के रूप में देखना चाहते हैं ।विधानसभा चुनाव में अभी करीब 1 महीने का समय है वही भारतीय जनता पार्टी ने दिग्गजों को मैदान में उतारकर एक बड़ा दाव खेला है वही विपक्ष भी पूरी तैयारी में है।
शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने पार्टी के दिग्गजों को रणभूमि में उतारा है जिनमें से राज्य के तीन केंद्रीय मंत्री (नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल) और 4 सांसदों (रीती पाठक,उदय प्रताप सिंह, राकेश सिंह ,गणेश सिंह) को टिकट दिया जा चुका है कांग्रेस ने अभी तक अपने दाव पेच नहीं लगाए हैं।इन दिग्गजों को मैदान में उतारने के पीछे इसे एक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
बीजेपी ने इस सूची में ग्वालियर चंबल के दिग्गज नरेंद्र सिंह तोमर, मालवा निमाड़ के कैलाश विजयवर्गीय आदिवासी नेता फुग्गन सिंह कुलस्ते के अलावा महाकौशल इलाके से प्रभाव रखने वाले राकेश सिंह और प्रहलाद पटेल को मैदान में उतारा है।बीजेपी ने कुछ प्रभावशाली नेताओं को मैदान में उतारकर न ही एक रणनीति खेली है बल्कि कांग्रेस के द्वारा कब्जे वाली सीट छीनने का काम करने जा रही है ।
कमलनाथ सरकार ने बीजेपी की दूसरी सूची पर तंज कसते हुए कहा ‘ दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है नाम बड़े और दर्शन छोटे‘। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश में अपने सांसदों को विधानसभा का टिकट देकर साबित कर दिया है कि बीजेपी ना तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है न 2024 के लोकसभा चुनाव में इसका सीधा अर्थ यह हुआ कि वह यह मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वह इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है तो फिर क्यों न तथा कथित बड़े नाम पर ही दांव लगाकर देखा जाए..।
मीडिया सर्वे रिपोर्ट के अनुसार अगर राज्य में अभी विधानसभा के चुनाव होते हैं तो भारतीय जनता पार्टी को लगभग 110 में से 102 सीटे मिलने की संभावना है वही कांग्रेस को लगभग 128 में से 118 सीटे मिलने की जबकि अन्य दलों को लगभग 2 सीटे मिल सकती हैं। बता दें आपको, बीजेपी को 2023 के चुनाव में 42.8 फ़ीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है वहीं कांग्रेस को 43.8 फ़ीसदी वोट मिल रहा है जबकि अन्य दलों के खातों में 13.40 वोट फ़ीसदी जा सकता है।
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