संजय गांधी अस्पताल के एक्स-रे वार्ड में जलभराव बना गंभीर समस्या । सही तरीके से मरम्मत कार्य न होने के कारण आए दिन भरता है पानी

Estimated read time 1 min read
Spread the love

संजय गांधी अस्पताल के एक्स-रे वार्ड में जलभराव बना गंभीर समस्या । सही तरीके से मरम्मत कार्य न होने के कारण आए दिन भरता है पानी

रीवा। संभाग के सबसे बड़े शासकीय संजय गांधी अस्पताल में समस्याएं थमने का नाम नहीं लेती हैं। अस्पताल का प्रबंधन अपने स्तर पर व्यवस्था बनाने पर जोर देता है लेकिन समय-समय पर कोई न कोई समस्या संजय गांधी अस्पताल में सामने आ ही जाती है। संजय गांधी अस्पताल के एक्स-रे वार्ड में जलभराव की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है। बताया जाता है कि अंडरग्राउंड फिटिंग में कहीं पर पाइप लिकेज होने के कारण एक्स-रे वार्ड में जलभराव की समस्या सामने आ जाती है।
जिसके बाद संजय गांधी अस्पताल में तैनात सफाई कर्मियों द्वारा एक्स-रे वार्ड से पानी को बाहर करने का काम किया जाता है। संजय गांधी अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि एक्स-रे वार्ड में जलभराव की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। इस समस्या का समाधान करने का प्रयास अस्पताल प्रबंधन द्वारा समय-समय पर जरुर किया जाता है लेकिन एक्स-रे वार्ड से जलभराव की समस्या दूर नहीं हो रही है।
बताया जाता है कि तीन दिन पहले एक्स-रे वार्ड में बहुत अधिक मात्रा में पानी भर गया था, जिसके कारण यहां आने वाले मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि संजय गांधी अस्पताल की इमारत का निर्माण होने के बाद से एक्स-रे वार्ड में पानी भरने की यह समस्या बनी हुई है। सुधार कार्य करने वाले कर्मचारी भी एक्स-रे वार्ड में होने वाले जलभराव की वजह अब तक नहीं खोज पाए हैं। बताया जाता है कि हफ्ता दस दिन में संजय गांधी अस्पताल के एक्स-रे वार्ड में जलभराव की समस्या सामने आ जाती है।
यदि जल्द से जल्द इस समस्या को दूर करने का काम अस्पताल प्रबंधन द्वारा नहीं किया जाता है तो फिर किसी भी दिन जलभराव के बीच एक्स-रे वार्ड में रखी कीमती मशीनें खराब हो सकती हैं। अब देखना यह है कि संजय गांधी अस्पताल का प्रबंधन एक्स-रे वार्ड में होने वाले जलभराव की समस्या का समाधान कब तक और कैसे कर पाता है।
डॉ राहुल मिश्रा, अधीक्षक संजय गांधी अस्पताल का कहना है कि संजय गांधी अस्पताल की इमारत का निर्माण होने के बाद से ही एक्स-रे वार्ड में जलभराव की समस्या बनी हुई है। दस- पंद्रह दिन में एक्सरे वार्ड में पानी भर जाता है। सुधार कार्य करने वाला अमला लगातार प्रयास करने के बाद भी फाल्ट नहीं खोज पाया है। सुधार के लिए एक बार फिर पीडब्ल्यूडी से पत्राचार किया जाएगा।

अन्य खबरे

यह भी पढ़े

+ There are no comments

Add yours