CBI ने प्लांट प्रोटेक्शन एंड स्टोरेज (PPQS) के दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिन्होंने रिश्वत लेकर किसी मामले की जाँच बंद कर दी थी। पीपीक्यूएस भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत प्लांट प्रोटेक्शन डिवीजन का एक एजेंसी है।
FIR के अनुसार, आरोपी को पहचाना गया है संजय आर्य, प्लांट पैथोलॉजी के संयुक्त निदेशक (पीयूएस), फरीदाबाद, और पदम सिंह, तब प्लांट प्रोटेक्शन ऑफिसर (पीपीओ), विशाखापत्तनम। FIR में कहा गया है कि संजय आर्य ने राजेश आचार्य द्वारा पदम सिंह के खिलाफ दर्ज की गई शिकायत पर जाँच की थी।
शिकायत में, राजेश आचार्य ने आरोप लगाया था कि पदम सिंह ने निर्यातकर्ताओं से पैसे मांग रहा था। इस बीच, संजय आर्य ने 2022 में विशाखापत्तनम का दौरा किया और शिकायतकर्ता की जांच की। FIR में कहा गया है कि जांच के पूर्ण होने के बाद, संजय आर्य ने साक्षात्कार की कमी के कारण शिकायत को बंद करने की सिफारिश की।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI ) ने रिश्वत मामले में पौधा सरंक्षण, संगरोध और भंडारण निदेशालय (PPQS) के दो अधिकारियों संजय आर्य और पद्म सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शिकायतकर्ता राजेश आर्या का आरोप है कि पद्म सिंह निर्यातकों पैसे की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत जब संजय आर्य से की गई तो उन्हाेंने पद्म सिंह को आरोप से मुक्त कर दिया और फाइल बंद कर दी गई। संजय आर्य पर मामले को रफादफा करने के लिए सतीश सिंह नामक व्यक्ति के माध्यम से पदम सिंह से दो लाख रुपये रिश्वत लेने का भी आरोप है।
पीपीक्यूएस भारत सरकार के कृषि कल्याण मंत्रालय में कृषि व किसान कल्याण विभाग के पौध सरंक्षण विभाग की एक एजेंसी है। आरोपित संजय आर्य फरीदाबाद में क्वारंटाइन एंड स्टोरेज, प्लांट प्रोटेक्शन प्लांट के पैथोलाजी में संयुक्त निदेशक थे जबकि पद्म सिंह प्लांट प्रोटेक्शन ऑफिसर के तौर पर विशाखापत्तनम में तैनात थे।
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