त्योंथर सीएमओ मनमानी पर उतारू पार्षद नें लगाई बरिष्ठ अधिकारियो से गुहार । त्यौंथर नगर परिषद के विकास में रोड बन रहे स्वयं सीएमओ
रीवा त्यौंथर – रीवा जिले की त्योंथर नगर परिषद का सामने आया है कि त्योंथर नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी की कुर्सी में पदस्थ आनंद श्रीवास्तव बृहद रूप से मनमानी में उतारू हैँ और प्रशासनिक कुर्सी में बैठ कर राजनैतिक ढंग से गुटबाजी करने में भी पीछे नहीं रहते हैँ,ऐसा आरोप नगर परिषद त्योंथर के वार्ड क्रमांक 05 की महिला पार्षद प्रियंका राजबहादुर सिंह नें त्योंथर सीएमओ के ऊपर लगाते हुए अनुविभागीय अधिकारी त्योंथर, कलेक्टर रीवा ज्वाइंट डायरेक्टर रीवा संभाग, मुख्य सचिब मध्य प्रदेश शासन और मुख्य मंत्री मध्य प्रदेश को पत्र लिख कर शिकायत की हैँ कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी आनंद श्रीबास्तब जन हित के कार्य एवं विकास कार्य तथा कार्यालयीन कार्यों में अपनी मनमानी करते हैँ और अपने पद एवं पावर का दुरूपयोग करते हैँ।
जिसके कारण त्योंथर नगर परिषद क्षेत्र में भारी अव्यवस्था फैली हुई है और क्षेत्र का विकास भी बाधित हों रहा है जिसके कारण क्षेत्र की जनता में भारी असंतोष और आक्रोश फ़ैल रहा है, पार्षद प्रियंका राजबहादुर सिंह नें बताया की सीएमओ आनंद श्रीवास्तव अपने चहेते पार्षदों के वार्ड के विकास कार्य के अलावा अन्य पार्षदों के वार्ड के विकास कार्यों में कोई न कोई बहाना बना कर विकास कार्यों में बाधा डालते हैं।जिसके कारण अन्य वार्डो के विकास कार्य बाधित हों रहें हैँ ।
पार्षद नें यह भी बताया की वार्ड क्रमांक 05 में मेने रोड से रामभजन सिंह के घर तक एवं महेन्द्र सिंह के घर से रावेन्द्र सिंह के घर तक तथा आकाश सिंह के घर से लछमन आदिवासी के घर के सामने तक पीसीसी सड़क निर्माण अति आवश्यक है जो एक वर्ष पहले ही पीआईसी के प्रस्ताव में पास है और जिसका बीत्तीय, एवं प्रशासनिक, तथा तकनिकी स्वीकृति भी हो चुकी है किन्तु द्वेष बस सीएमओ द्वारा टेंडर जारी नहीं होने दिया जा रहा है और सीएमओ द्वारा पार्षद पति राजबहादुर सिंह के ऊपर दबाव बनाया जा रहा है कि आरटीआई वापस ले लो तो सारे काम हो जायेंगे नहीं तो वार्ड में एक भी काम नहीं होगा पार्षद नें कहा कि नगर में सफाई जोरों पर है सिर्फ कागजी घोड़े जोरो पर दौड़ रहें हैं और जब जब सफाई की बात सीएमओ से कही जाती है तो कोई न कोई बहाना बता देते हैं और ब्लीचिंग के नाम पर खड़िया डाल कर जनता को गुमराह किया जाता है .
सीएमओ आनंद श्रीवास्तव आए दिन कार्यालय से गायब रहते हैं। जिसके कारण जनता को भारी परेशानी होती है और कभी ट्रैक्टर के नाम पर, तो कभी कचड़ा गाड़ी के नाम पर, तो कभी फायरब्रिगेड के नाम पर , डीजल निकाय निधि से निकाल कर अपने घर और रिस्तेदारी घूमते रहते हैँ यहाँ तक की ड्राइवर भी कार्यालय के कर्मचारी को बना कर अपनी खुद की गाड़ी चलाते हैं और हर रोज पांच हजार, दस हजार, रूपए किसी न किसी सामग्री के नाम से या तो किसी न किसी काम के बहाने अपने चहेतों के नाम मिलीभगत करके भुगतान करके बंदरबाट कर लेते हैं और शासन के खजाने को छति पहुंचा रहे हैँ यहां तक की आनंद श्रीवास्तव अपने आवासीय भवन में जो भी फ्रिज, कूलर, कुर्सी, बेड, फर्नीचर उपयोग कर रहें हैँ।
सभी सामग्री का भुगतान कार्यालय से करबाए हैँ पार्षद प्रियंका राजबहादुर सिंह नें बात चीत के दौरान कहा कि हमने वरिष्ठ अधिकारियो से गुहार लगाई है अब देखना यह है कि लोकतंत्र और प्रजातंत्र पर आधारित क़ानून व्यवस्था से न्याय कब तक मिलता हैँ अगर मेरी मांगों को अनदेखा किया गया तो उग्र आंदोलन करने के लिए जनता के साथ मै मजबूर हों जाऊंगी।
वहीं जब त्यौंथर नगर पंचायत सीएमओ आनंद श्रीवास्तव से बात किया गया और जानना चाहा गया तो उनका कहना है कि यह राजनैतिक साजिश है सारे आरोप मुझ पर लगाए जा रहे निराधार हैं सवाल यह उठता है कि अगर नगर का विकास हुआ है तो निराधार माना जा सकता है।